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विश्व चैंपियनशिप- सेर्जीकल स्ट्राइक :: कार्लसन हारे

22/11/2016 -

वो हो गया जिसकी किसी नें उम्मीद नहीं की थी रूस के सेरजी कर्जाकिन नें आठवें राउंड में मौजूदा विश्व शतरंज चैम्पियन मेगनस कार्लसन को क्वीन एंड गेम में पराजित करते हुए शतरंज की दुनिया के असली किंग बनने की और कदम बढ़ा दिये है । यह ना सिर्फ विशेषज्ञों को चौंकने वाला है बल्कि ये भी दिखाता है की विश्व शतरंज चैंपियनशिप जैसे टूर्नामेंट में कौन ज्यादा बेहतर खिलाड़ी है या रहा है से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है की कौन ज्यादा बेहतर खेल रहा है । न्यू यॉर्क के इतिहास को देखे तो 21 साल पहले आनंद नें 8 ड्रॉ के बाद कास्पारोव को हरा के तहलका मचा दिया था फिर कास्पारोव नें वापसी की थी क्या यहाँ कार्लसन वापसी कर पाएंगे क्यूंकी अब सिर्फ 4 गेम बाकी है !देखना दिलचस्प होगा 

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विश्व चैंपियनशिप - क्या इतिहास खुद को दोहराएगा !!

21/11/2016 -

क्या 1995 में जो हुआ था वो एक बार फिर न्यू यॉर्क में दोहराया जा सकता है ! मतलब क्या आज दुनिया लगातार आठवाँ ड्रॉ देखेगी । या फिर दो मैच बाद सफ़ेद मोहरो से खेल रहे कार्लसन आज कुछ अलग रंग ढंग में नजर आएंगे , खैर सातवें राउंड में मुक़ाबला ड्रॉ होना प्रतियोगिता को छोटा बना रहा है और ऐसे में कर्जाकिन का लक्ष्य 6-6 है और वे टाईब्रेक में खेल को ले जाना चाहेंगे , कार्लसन नें भी आज प्रेस से बात करते हुए कहा की अगर आज मैच बराबरी पर छूटा  तो वो उस चुनौती को भी स्वीकारने तैयार है । सातवें राउंड में मैच में कर्जाकिन बढ़त होते हुए भी नहीं जीत पाये ,गलत चाल होने के बाद भी शानदार खेल के चलते अपना बचाव करने में सफल रहे 

विश्व शतरंज चैंपियनशिप - राउंड 6- फिर नहीं जीता कोई

19/11/2016 -

छह मैच खत्म हो गए है और परिणाम नहीं आया है पर विश्व शतरंज चैंपियनशिप शुरू होने के पहले और आज की स्थिति में फर्क है कार्लसन के कट्टर समर्थक भी अब ये मानते है की यह आसान नहीं  होने वाला और कर्जाकिन के प्रसंशक तो उनके प्रदर्शन से बहुत खुश हैं उनकी संभावना पहले से बेहतर हुई है । कर्जाकिन इस मैच को अगर टाई ब्रेक तक ले गए तो वो कार्लसन पर भारी पड़ सकते है वहीं कार्लसन भले ही जीत ना पाएँ हो पर वो मैच जीतने की स्थिति में थे अतः दबाव कर्जाकिन पर भी है ।  छठी बार लगातार विश्व चैम्पियन की बाजी बराबरी पर रही मतलब अगर अगले छह मैच मे जो भी पहले हारा उसके लिए अब वापसी करना बहुत मुश्किल होगा । 21 साल पहले  न्यू यॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की  सबसे ऊंची मंजिल में 1995 में हुए विश्व शतरंज चैंपियनशिप के मुक़ाबले में पहले आठ मैच ड्रॉ हुए थे । और उसके बाद जीत हार का निर्णय आया था । हालांकि वह 24 मैच की सीरीज थी और यहाँ ये 12 मैच की सीरीज है ।

हरिकृष्णा जल्द ही होंगे चैलेंजर -भारत सिंह चौहान

19/11/2016 -

भारत के लिए यह समय शतरंज के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है एक ओर जहां विश्व चैंपियनशिप चल रही है वही भारत के मुख्य नेशनल स्पर्धाओं का दौर भी चालू है । कर्जाकिन -कार्लसन मैच के बीच नेशनल प्रीमियर में हुई प्रतियोगिता में देरी चर्चा का विषय बना हुआ है ।आल इंडिया चैस फेडरेसन के सीईओ भारत सिंह चौहान अभी न्यू यॉर्क में है । चेसबेस इंडिया ने उनसे विश्व चैंपियनशिप से लेकर नेशनल प्रीमियर के उपर उनका और एआईसीएफ़ का क्या कहना है यह जानने की कोशिश की । आखिर कैसे हरिकृष्णा होंगे विश्व चैंपियनशिप के दावेदार ? क्या भारत भी आयोजन करेगा फिर से विश्व शतरंज चैंपियनशिप ? पढे ये भारत सिंह चौहान जी  से हुई बातचीत .. .

विश्व शतरंज चैंपियनशिप -राउंड 5-यह मैच नहीं आसान

18/11/2016 -

एक और ड्रॉ !मतलब कार्लसन और कर्जाकिन विश्व शतरंज चैंपियनशिप के आधे पड़ाव पर आ गए है और अंक के आधार पर दोनों 2.5 अंक लेकर बराबर है । जहां कार्लसन के प्रसंशक अचंभे में है तो कर्जाकिन के खुश ! ऐसा नहीं है की मौजूदा विश्व चैम्पियन को कोई कम करके आंक रहा है दरअसल कर्जाकिन के जीवटता भरे प्रदर्शन ने इस रूसी खिलाड़ी को एक नया आत्मविशास दिया है वो अपने बचाव की क्षमता से कार्लसन समेत पूरी  दुनिया को चौंका रहे है जहां कार्लसन बढ़त बनाने के बाद आसानी से जीत दर्ज करने के आदि रहे है यहाँ उसके उलट कर्जाकिन ना सिर्फ बच के निकल जा रहे है बल्कि आज तो बेहतर स्थिति में आ गए थे । कुल मिलाकर यह मैच नहीं आसान !! 

विश्व शतरंज चैंपियनशिप - राउंड 4- अभेद्य कर्जकिन !!

16/11/2016 - क्या कार्लसन दबाव है ? क्या कार्लसन अपने बेहतरीन लय में नहीं है ?क्या कर्जाकिन वाकई दुनिया के सबसे अच्छे डिफेंस करने वाले खिलाड़ी है ? क्या कर्जाकिन भी अब यह मुक़ाबला जीत सकते है ? ऐसे ना जाने कितने सवाल खड़े कर दिये है राउंड चार के परिणाम नें जहां लोग मैच में अनुमान लगा रहे है की कार्लसन की क्षमता के हिसाब से यह परिणाम अभी तक 3-1 होना चाहिए था पर अभी तो मामला 2-2 पर अटका है । कुछ भी हो यह तो साफ है फिलहाल कर्जाकिन के पास एक मनोवैज्ञानिक बढ़त है और दूसरे नजरिए से देखे तो अब मुक़ाबला सिर्फ 8 मैच का रह गया है और अगले दो राउंड में प्रतियोगिता अपने आधे चरण पर होगी ! खैर हम तो सिर्फ इंतजार ही कर सकते है पढे यह लेख ..

चैम्पियन शोडाउन :: वाह ! आनंद वाह !!

16/11/2016 -

मेरी तरह आप भी शायद भारत के सबसे प्रिय पाँच बार के विश्व विजेता विश्वनाथन आनंद को विश्व चैंपियनशिप में नहीं पाकर बहुत याद कर रहे होंगे । वो भले पिछले एक दशक में पहली बार विश्व चैंपियनशिप का हिस्सा ना हो पर अभी भी वह खेल के मामले में विश्व के सबसे शीर्ष खिलाड़ियों में से एक है । अमरीका के सेंट लुईस चैस क्लब  इस्कोलास्टिक सेंटर में चल रही चैम्पियन शोडाउन टूर्नामेंट को भारत के इस 47 वर्षीय दिग्गज नें युवा और बेहद प्रतिभाशाली विश्व नंबर 3 फबियानों करूआना , विश्व नंबर 7 हिकारु नाकामुरा को पीछे छोड़ते हुए जीत लिया है । 24 मैच खेलकर भी यह खिताब अपने नाम करने वाले आनंद के लिए कहना ही होगा की  उम्र उनके लिए सिर्फ एक नंबर है आनंद नें अपने तीनों प्रतिद्वंदियों को किसी ना किसी फॉर्मेट में पराजित किया देखे यह पूरी रिपोर्ट आप निश्चित तौर पर  गर्व से भर जाएंगे  और कह उठेंगे ! वाह !! आनंद वाह !!

विश्व शतरंज चैंपियनशिप -राउंड 3 -जीत के करीब थे कार्लसन

16/11/2016 -

एक योद्धा कभी हमला करना , प्रयास करना नहीं छोड़ता भले ही उसके सामने जीत की संभावना नहीं के बराबर हो न्यू यॉर्क अमेरिका में चल रही अगोन फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप में एक दिन के विश्राम के बाद तीसरे राउंड में सफ़ेद मोहरो से खेल रहे मौजूदा विश्व चैम्पियन कार्लसन नें रूस के कर्जाकिन के खिलाफ लगभग बराबर चल रहे मैच में पहले तो शानदार चालें चलते हुए कर्जाकिन पर दबाव बनाते हुए गलतियाँ करने पर विवश कर दिया और एक अतिरिक्त मोहरा मारते हुए बढ़त बना ली और जब ऐसा लगने लगा की शायद अब कार्लसन ये मैच जीत लेंगे उनसे कुछ गलत चाले हुई और परिणाम स्वरूप कर्जाकिन नें जबरजस्त बचाव करते हुए गेम को बराबरी पर रोक लिया । यह देखने के लिहाज से भले एक ओर ड्रॉ नजर आए पर  विश्व चैम्पियन नार्वे के मेगनस कार्लसन का एक मोहरा ज्यादा होते हुए भी मैच का ना जीत पाना कोई साधारण घटना नहीं थी 

पदमिनी का लगातार तीसरे राष्ट्रीय खिताब पर कब्जा

15/11/2016 -

जब आप खराब लय से जूझ रहे हो और आपके परिणाम आपकी अपेक्षा से लगातार उलट आ रहे हो ऐसे समय में ही एक अच्छा खिलाड़ी उम्मीद न छोड़ते हुए जोरदार वापसी करता है । इस बार हमारे सामने उदाहरण प्रस्तुत किया है भारत की लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय महिला शतरंज विजेता बनी इंटरनेशनल मास्टर पदमिनी राऊत नें । भारत की इस युवा प्रतिभा के लिए पिछले कुछ समय से परिणाम उलट आ रहे थे । पिछले नॉर्वे ओलंपियाड में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाली पदमिनी इस वर्ष हुए ओलंपियाड में अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी थी और चीन में हुई लीग में भी उन्हे काफी रेटिंग का नुकसान उठाना पड़ा था । पर भारत की साहसी बेटी नें पुनः राष्ट्रीय विजेता बनकर सभी के सामने एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया , बधाई और शुभकामनाए पदमिनी आप भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करती रहें !!

आनंद -कार्लसन -चैस बेस और हिन्दी का शतरंज सफर -1

14/11/2016 -

25 अक्टूबर 2013 की बात है रात को तकरीबन 2 बज रहे थे । मैंने कुछ उम्मीद के साथ यूं ही चैस बेस की मुख्य वेब पेज को खोला और मेरी खुशी का ठिकाना ही ना रहा पहली बार हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय शतरंज वैबसाइट में प्रकाशित किया गया था वह मेरे लिए बेहद ही खास लम्हा था  मुझे खुद को अभिव्यक्त करने का कुछ माध्यम मिल गया था , यह शायद वैसी ही खुशी ही जैसे कोई छोटा बच्चा बोलना सीख जाता है मतलब अपनी बात अपने घर वालों से कह सकता है कुछ घंटो  पहले ही मेरे दिमाग में एक विचार आया था क्या हिन्दी में शतरंज के बारे में लेख लिखे जा सकते है और मात्र कुछ ही घंटो में चैस बेस के संस्थापक फ़्रेडरिक फ्रीडेल ने मेरे सपने को सच कर दिया था ! यह एक रोमांचक लम्हा था मेरे जीवन का पढे हिन्दी का ये सफर 

विश्व शतरंज चैंपियनशिप -दूसरी बाजी भी रही अनिर्णीत

13/11/2016 -

न्यू यॉर्क अमेरिका में चल रही अगोन फीडे विश्व शतरंज चैंपियनशिप में दूसरे राउंड में सफ़ेद मोहरो से खेल रहे रूस के कर्जाकिन और विश्व चैम्पियन नार्वे के मेगनस कार्लसन के बीच खेला गया दूसरा मुक़ाबला भी ड्रॉ रहा है । राय लोपेज ओपनिंग में खेले गए आज के मुक़ाबले में दोनों खिलाड़ी दायरे में रहते हुए सुरक्षित खेलते नजर आए । मतलब योजना साफ है  ऐसा लग रहा है जैसे अभी दोनों एक दूसरे को समझने की कोशिश में है और अंदाजा लेने की कोशिश कर रहे है की कौन कितना आत्मविश्वास से चाले चल रहा है ।आज दोनों खिलाड़ी विश्राम के समय शायद तीसरे चक्र में कुछ अलग सोच के साथ लौटे । उम्मीद है जल्द ही हमें कुछ अच्छे और मजेदार खेल देखने को मिलेंगे यह मैं नहीं कह रहा है ऐसा कहना है कर्जाकिन का ! देखते है किस करवट पहले बैठेगा ऊंट !!

विश्व चैंपियनशिप ::राउंड 1 :: पहली बाजी रही बराबर

12/11/2016 -

मौजूदा विश्व चैम्पियन नॉर्वे के मेगनस कार्लसन और रूस के सेरजी कर्जाकिन के बीच न्यू यॉर्क में खेला गया अगोन फीडे विश्व चैंपियनशिप का पहला मुक़ाबला बराबरी पर छूटा । सफ़ेद मोहरो से खेल रहे कार्लसन नें ट्रोम्पास्की ओपेनिंग खेलते हुए एक प्रकार से 2013 की अपनी रणनीति जारी रखी मतलब साफ है वो कर्जाकिन को भी उनकी ओपनिंग थ्योरी की तैयारी से बाहर रखना चाहते है , हालांकि विश्व के सबसे बेहतर रक्षात्मक खिलाड़ी माने जाने वाले कर्जाकिन नें बेहद संतुलित खेल दिखाते हुए खेल को कभी भी कार्लसन के लिए बेहतर नहीं होने दिया उन्होने खेल पर अपनी बेहतर समझ दिखाते हुए अपने शुरुआती मैच में ही सही समय में सही चाले चली ।तो कुल मिलाकर यह मैच काले मोहरो से खेल रहे कर्जाकिन के लिए मनोवैज्ञानिक बढ़त दे गया पर याद रहे विश्व चैम्पियन बनने के लिए आपको पूरा अंक चाहिए होता है ! जो जीतेगा वही होगा सिकंदर !!

 

तैयार रहे ! आ गया ! कार्लसन -कर्जाकिन महामुकाबला

11/11/2016 -

हिन्दी में शतरंज के लेख लिखने का सफर 2013 की आनंद - कार्लसन के बीच हुई  फीडे विश्व चैंपियनशिप चेन्नई , भारत से हुआ था फिर 2014 रूस में हुए इन्ही दिग्गजों के बीच हुए महामुकाबले में पुनः हिन्दी के लेख को चेसबेस  इंटरनेशनल के लेखो में जगह मिली  और इस दौरान हमें विश्व भर से हिन्दी को समझने वाले पाठको ने अपने संदेश भेजे और फिर  हिन्दी  भाषा में शतरंज के विकास को ध्यान में रखते हुए 2016 में चेसबेस नें अलग से एक हिन्दी पेज शुरू करने का फैसला लिया और आप सबके प्यार की बदौलत हम धीरे धीरे सिर्फ हिन्दी समझने वाले लोगो तक भी खेल की सही जानकारी पहुंचा पा रहे । आज से शुरू हो रही विश्व चैंपियनशिप में इतिहास के सबसे युवा  विश्व चैम्पियन मेगनस कार्लसन और इतिहास के सबसे युवा ग्रांड मास्टर कर्जाकिन आपस में मुक़ाबला खेलेंगे कौन जीतेगा यह तो भविष्य ही बताएगा पर इस दौरान आप हिन्दी पेज में इस विश्व चैंपियनशिप से जुड़ी हर खास बात का आनंद ले सकेंगे । 

आमंत्रण :: महाराष्ट्र यू-15 बुद्धिबल :: अमरावती शहरात

07/11/2016 -

महाराष्ट्र राज्य यूं ही नहीं इस समय शतरंज के लिए भारत से लेकर दुनिया भर में जाना जा रहा है । कारण है वहाँ होने वाले आयु वर्ग  राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का स्तर भी काफी ऊंचा होता है और यही कारण है की  महाराष्ट्र 15 वर्ष आयु समूह का अमरावती में होने वाला मैच एक अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग टूर्नामेंट भी है । ग्रांड मास्टर स्वप्निल धोपाड़े , इंटरनेशनल मास्टर अनूप देशमुख और दिग्गज पवन डुडेजा जैसे शतरंज खिलाड़ियों का यह शहर महाराष्ट्र शतरंज में एक विशेष स्थान रखता है । साथ ही प्रसिद्ध अंबादेवी मंदिर ,मेलघाट टाइगर रिजर्व का भ्रमण आपके बच्चो के इस खेल कार्यक्रम को यादगार बना सकता है । तो अगर आप महाराष्ट्र के निवासी है तो 15 वर्ष तक के अपने बच्चे के लिए यह आयोजन एक शानदार टूर्नामेंट साबित होगा । पढे पूरी जानकारी 

नेशनल प्रीमियर R3-पदमिनी और विजयालक्ष्मी ने बनाई बढ़त ,निशा नें की पहली जीत दर्ज

05/11/2016 -

नेशनल प्रीमियर खेलना हर शतरंज खिलाड़ी का सपना होता है और इसे जीतना एक बहुत बड़ा सम्मान भारत की राजधानी दिल्ली में शतरंज संघ के शानदार इंतज़ामों के साथ  पंजाब भवन में चल रही  देश की शीर्ष  महिला खिलाड़ियों के बीच 43वीं नेशनल प्रीमियर शतरंज में देश की 12 चुनिंदा शतरंज खिलाड़ी अपने इन्ही सपनों के सच होने का आनंद उठा रही है जी हाँ शतरंज का ये महा मुक़ाबला  एक उत्सव है तो है जंहा कोई विजेता बनने की चाह में है तो कोई बेहतर करने की राह में है , कोई खुद को सर्वश्रेस्ठ साबित करना चाहता है तो कोई अपनी उम्मीद से भी बेहतर कर रहा है । तीसरे राउंड के मुक़ाबले के बाद एयर इंडिया की  एस विजयालक्ष्मी और पीएसपीबी की पदमिनी राऊत नें 2.5 बनाते हुए प्रारम्भिक बढ़त बना ली है ।  सौम्या , निशा , ईशा और बाला कनम्मा 2 अंक बनाकर सयुंक्त दूसरे स्थान पर चल रही है । पढे तीन राउंड के बाद का यह लेख ..

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