
विश्व चैंपियनशिप : हिम्मती हरिका : साहसिक प्रदर्शन
25/02/2017 -जोरदार ठोकर खाकर भी उठ खड़े होना और फिर दौड़ना या फिर एक बुरी हार के बाद जब दुनिया आपकी आलोचना कर रही हो खुद की ताकत पर ध्यान केंदित कर वापसी का प्रयास करना ,सुनने में यह शब्द जितने अच्छे लगते है करने में दुनिया के सबसे मुश्किल कामो में से एक है। खुद की भावनाओ पर नियंत्रण रखना इंसान की उत्पत्ति से सबसे महत्वपूर्ण बात रही है । कल जब विश्व शतरंज की नजरे भारत की हरिका द्रोणावली पर लगी थी, हरिका उम्मीद का भार लिए एक इतिहासिक परिणाम की ओर बढ़ रही थी देखने वालों की नजरों में शायद वह पहले ही जीत सकती थी ,पर समझने वाले जानते है यह साहस की एक पराकाष्ठा थी !यह कोई साधारण लड़ाई नहीं थी यह थी भारत की विश्व महिला शतरंज के सिरमौर बनने की लड़ाई ,आगे जो भी हो परिणाम कोई फर्क नहीं ! हर भारतीय को गर्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद हरिका !!