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जिब्राल्टर मास्टर्स - जोरदार संघर्ष के बाद हारे प्रग्गानंधा

28/01/2020 -

जिब्राल्टर मास्टर्स शतरंज में भारत के नन्हें ग्रांड मास्टर प्रग्गानंधा की लगातार जीत का सफर चीन के बड़े खिलाड़ी वांग हाउ नें रोक दिया और साथ ही उन्होने प्रतियोगिता में बढ़त हासिल कर ली । प्रग्गानंधा नें काले मोहरो से इंग्लिश ओपनिंग के जबाब में अच्छा खेल दिखाया और एक समय तक खेल में बढ़त बनाते भी नजर आए । खैर वांग का अनुभव उन पर भारी पड़ा । अन्य भारतीय खिलाड़ियों में भारत के मुरली कार्तिकेयन नें फ्रांस के दिग्गज खिलाड़ी विश्व नंबर 7 मेक्सिम लाग्रेव को ड्रॉ पर रोका । राउंड 7 के बाद भारतीय खिलाड़ियों में प्रग्गानंधा ,शार्दूल गागरे ,अधिबन भास्करन ,मुरली कार्तिकेयन ,एसएल नारायनन ,डी गुकेश ,5 अंक बनाकर खेल रहे है

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पावेल पोंक्रातोव ने जीता 12वीं चेन्नई ओपेन ग्रांडमास्टर 2020 का खिताब

27/01/2020 -

तमिलनाडु स्टेट शतंरज संघ के तत्वावधान में होटल नोवोटेल में 18 जनवरी से आयोजित 12वीं चेन्नई ओपेन इंटरनेशनल ग्रांडमास्टर चेस टूर्नामेण्ट का सफल समापन 25 जनवरी को हुआ। 10 चक्रों के मैच में 8 खिलाड़ियों ने 8 अंक बनाकर चैम्पियनशिप के लिए अपने दावेदारी पेश की। लेकिन बेहतर टाईब्रेक स्कोर के आधार पर टूर्नामेण्ट के टॉप सीटेड रुस के ग्रांडमास्टर पावेल पांक्रोतोव ने अपराजित रहते हुए चैम्पियन का खिताब अपने नाम कर लिया। चैम्पियन बनने पर उन्हें डॉ एम महालिंगम ट्रॉफी के साथ 3 लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी मिली। टूर्नामेण्ट में उपवितेजा पेरु के जोस एडुआर्डो माटिनेज और तीसरे स्थान पर रुस के सर्गेई यूडिन रहे। वहीं भारतीय ग्रांडमास्टर विष्णु प्रसन्ना ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 8 अंक बनाकर संयुक्त रूप से पहले और अंकतालिका में आठवें स्थान पर रहे। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

प्रग्गानंधा नें फिर किया कारनामा पूर्व फीडे विश्व चैम्पियन टोपालोव को किया पराजित

27/01/2020 -

भारत के नन्हें शतरंज सम्राट प्रग्गानंधा नें एक बार फिर इतिहास रचते हुए एक और बड़ा कारनामा कर दिखाया है । जिब्राल्टर मास्टर्स शतरंज में उन्होने छठे राउंड में अपने खेल जीवन की सबसे बड़ी जीत दर्ज करते हुए बुल्गारिया के पूर्व फीडे विश्व चैम्पियन वेसेलीन टोपालोव को मात देते हुए प्रतियोगिता का सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया । इस जीत से वह सीधे सयुंक्त दूसरे स्थान पर पहुँच गए है । कुछ दिनो पहले ही 2600 रेटिंग छूने वाले दुनिया के  सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे और अब जिस अंदाज में वह सफलताए अर्जित कर रहे है उनका भविष्य उज्ज्वल है । छह राउंड के बाद प्रग्गानंधा 5 अंक पर भारतीय खिलाड़ियों में सबसे आगे है अन्य भारतीय खिलाड़ियों में मुरली कार्तिकेयन ,अधिबन भास्करन ,कृष्णन शशिकीरण ,शार्दूल गागरे ,एसएल नारायणन 4.5 अंको पर खेल रहे है । 

चीन की जू वेंजून फिर बनी विश्व महिला शतरंज चैम्पियन

24/01/2020 -

तो आखिरकार 20 दिन चली विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप का समापन चीन की जू वेंजून के एक बार फिर विश्व चैम्पियन बनने के साथ हुआ मतलब उन्होने अपना खिताब बचाने मे सफलता प्राप्त की । आज हुए रैपिड मुक़ाबले में रूस की उम्मीद को तब जब करारा झटका लगा जब तीसरे राउंड में जू वेंजून नें पहले तो मुक़ाबला जीतकर बढ़त बनाई और फिर उसके बाद अंतिम रैपिड में ड्रॉ खेलकर खिताब जीत लिया । इससे पहले दोनों रैपिड में गोरयाचकिना जीत के करीब जाकर भी आधा अंक ही हासिल कर पायी । खैर इस विश्व चैंपियनशिप में हुए 12 क्लासिकल मैच में से 6 के परिणाम आए  तो इसे आप जोरदार टक्कर के तौर पर याद रख सकते है पर इस बात का मलाल तो रहेगा ही की क्लासिकल मैच से विश्व चैंपियनशिप का परिणाम नहीं निकला । इस विश्व चैंपियनशिप को पहले 6 मैच चीन और फिर 6 मैच रूस में खेले जाने की वजह से भी याद रखा जाएगा । पढे यह लेख 

गोरयाचकिना ने की वापसी :जीत के साथ स्कोर किया बराबर ,अब टाईब्रेक से तय होगा विश्व विजेता

23/01/2020 -

विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप मे अंतिम राउंड में वो हुआ जो सबसे मुश्किल परिणाम था । तनाव और दबाव से भरे हुए अंतिम 12 वे राउंड में रूस की आलेक्सान्द्रा गोरयाचकिना नें वर्तमान विश्व चैम्पियन चीन की जु वेंजून को पराजित करते हुए अपने खिताब जीतने की उम्मीद को संजीवनी देकर जिंदा रखा है । इस जीत से क्लासिकल मैच का स्कोर 6-6 हो जाने की वजह से अब कल मतलब 24 जनवरी को रैपिड और ब्लिट्ज़ के टाईब्रेक के जरिये विश्व महिला शतरंज का ताज किसके पास जाएगा इसका फैसला होगा । जैसा की हमने आपको पहले ही बताया था की यह टाइब्रेक मैच फॉर्मेट की विश्व महिला चैंपियनशिप का पहला टाईब्रेक मुक़ाबला होगा । पढे यह लेख 

चेन्नई ग्रांडमास्टर ओपेनः एन आर विसाख, विष्णु प्रसन्ना ने बनाई संयुक्त बढ़त

23/01/2020 -

अखिल भारतीय शतंरज संघ की देखरेख में और तमिलनाडु स्टेट चेस एसोसिएशन के आयोजन में चेन्नई के होटल नोवोटेल में 18 जनवरी से 12वीं चेन्नई ओपेन इंटरनेशनल ग्रांडमास्टर चेस टूर्नामेण्ट का आयोजन हो रहा है। प्रतियोगिता में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व कर रहे ग्रांडमास्टर एन आर विसाख (2518) और विष्णु प्रसन्ना ने अपराजित प्रदर्शन करते हुए 7 चक्रों की समाप्ति के बाद 6 अंक बनाकर प्रतियोगिता में पांच खिलाड़ियों के साथ संयुक्त बढ़त बनाई ली है। वहीं 43वीं सीटेड खिलाड़ी जी बी हर्षबर्धन (2343) ने प्रतियोगिता के चौथे और पांचवे राउण्ड में लगातार दो ग्रांडमास्टरों को धरासाई कर सभी को हैरत में डाल दिया है। 5.5 अंक बनाकर यह संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर चल रहे हैं। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट

विश्व महिला चैंपियनशिप - क्या जू वेंजून को रोक पाएँगी गोरयाचकिना ,नजरे निर्णायक मुक़ाबले पर

22/01/2020 -

विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप अब अपने अंतिम मोड पर आ गयी है और कल इसका अंतिम 12 वाँ क्लासिकल मुक़ाबला खेला जाएगा । आज ग्यारहवाँ राउंड ड्रॉ रहा मतलब मौजूदा विश्व चैम्पियन चीन की जू वेंजून 6 अंक लेकर खिताब पुनः हासिल करने से सिर्फ आधा अंक दूर है और दबाव पूरी तरह से रूस की 21 वर्षीय उम्मीद आलेक्सान्द्रा गोरयाचकिना पर है जो की पिछले तीन राउंड में सिर्फ आधा अंक बना सकी है क्या कल सफ़ेद मोहरो से जीतकर मैच को टाईब्रेक में ले जा पाएँगी ,अगर वह जीती तो मैच फॉर्मेट मे विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप मे यह पहली बार होगा जब क्लासिकल विश्व चैम्पियन विजेता का फैसला टाईब्रेक से होगा । तो अब देखना होगा कौन होगी विश्व शतरंज की महारानी ! पढे यह लेख 

सीआरजी कृष्णा बने दिल्ली चेसबेस इंडिया ब्लिट्ज़ किंग ,विजेताओं को मिले सॉफ्टवेयर और किताबे

21/01/2020 -

चेसबेस इंडिया ब्लिट्ज़ का तीसरा संस्करण एक बार फिर दिल्ली इंटरनेशनल शतरंज के दौरान खेला गया । 14 जनवरी को खेले गए चेसबेस इंडिया ब्लिट्ज़ में 7 देशो के 165 खिलाड़ियों नें भाग लिया बड़ी बात इसमें 2 ग्रांड मास्टर , 4 इंटरनेशनल समेत कुल 24 फीडे टाइटल होल्डर तो 148 रेटेड खिलाड़ियों का प्रतिभागिता करना रहा । 2018 में भोपाल ,2019 में दिल्ली और इस बार आयोजित इस स्पर्धा का मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों को शतरंज की तैयारी के लिए सबसे बेहतरीन सॉफ्टवेयर और साहित्य पुरूष्कार के तौर पर देना  होता है ताकि वह अपने खेल को बेहतर करने के लिए काम कर सके । खैर इस बार का खिताब भारत के सीआरजी कृष्णा नें जीता तो दूसरे स्थान पर नीलाश सहा रहे जबकि तीसरे स्थान पर आर्यन वर्षने रहे । मुक़ाबले कुछ यूं हुए की टॉप सीड तजाकिस्तान के फारुख अमानतोव सातवे स्थान पर रहे । पढे यह लेख 

फिर जीती जू वेंजून : विश्व शतरंज खिताब के करीब

20/01/2020 -

विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप के पिछले तीन मैच में लगातार जीत हार के परिणाम नें चीन की मौजूदा विश्व चैम्पियन जू वेंजून के पक्ष में स्कोर पहुंचा दिया है । हालांकि तीनों मैच रूस की आलेक्सान्द्रा गोरयाचकिना जीत सकती थी पर उनके खराब एंडगेम तकनीक नें उनसे दो मुक़ाबले छीनकर वेंजून की झोली में डाल दिये और फिलहाल जब सिर्फ 2 राउंड बाकी है 1 अंक की साफ बढ़त के साथ जू वेंजून अपने लगातार तीसरे विश्व खिताब की ओर बढ़ रही है । अब अंतिम दो राउंड में अगर गोरयाचकिना को खिताब की दौड़ में बने रहना है तो उन्हे 1.5 अंक बनाने होंगे तभी मुक़ाबला टाईब्रेक में जाएगा या फिर लगातार दो जीत उन्हे विश्व विजेता बना सकती है । पर जू वेंजून के लिए दो ड्रॉ और 1 जीत में से कुछ भी उन्हे पुनः विश्व विजेता बना देगा । देखना होगा की एक दिन के विश्राम के बाद जब यह मुक़ाबला शुरू होगा तो परिणाम किसके खाते में जाता है । पढे यह लेख 

विश्व महिला चैंपियनशिप - वेंजून नें जीती हारी बाजी :स्कोर फिर बराबर ,अब बस 3 राउंड है बाकी

19/01/2020 -

विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप भले ही चीन से अब रूस मे पहुँच गयी है पर रोमांच बढ़ता ही जा रहा है । चीन मे खेले गए पहले छह राउंड के बाद स्कोर जहां 3-3 था । रूस मे खेला गया सातवाँ राउंड तो ड्रॉ रहा पर आठवे राउंड मे गोरयाचकिना नें जीत दर्ज करते हुए बढ़त कायम कर ली और नौवे राउंड मे वह दूसरा मैच भी जीतने के करीब पहुँच गयी थी पर कहते है की विश्व चैम्पियन बनना सिर्फ खेल की बात नहीं है और अपनी भावनाओं पर नियंत्रण भी उतना ही जरूरी है और यहाँ वही हुआ गोरयाचकिना जीती बाजी हार गयी और वेंजून नें वापसी कर मैच जीतकर हिसाब बराबर कर दिया और चुकी अब स्कोर 4.5-4.5 है देखना होगा की अंतिम तीन राउंड मे कौन विश्व खिताब जीतेगा ?

पी टी उमरकोया : भारतीय शतरंज के एक युग का अवसान

18/01/2020 -

1985 से 2005 तक संयुक्त सचिव एवं सचिव की हैसियत से कुल दो दशकों तक भारतीय शतरंज को अपनी कल्पनाशीलता, रचनात्मकता और प्रयोगधर्मिता से विश्व पटल पर स्थापित करनेवाले शतरंज शिल्पी पी टी उमरकोया का बीते 14 जनवरी 2020 को देहावसान हो गया। इसी के साथ अवसान हो गया एक अध्याय का। एक ऐसे अध्याय का जिसने भारतीय शतरंज को विश्व शतरंज के मानचित्र पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विश्व शतरंज संघ के उपाध्यक्ष  बनने वाले वह भारत से पहले व्यक्ति थे  और विश्व शतरंज संघ नें उनके निधन पर दुख प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि व्यक्त की । पढे धर्मेंद्र कुमार का यह लेख । 

शानदार जीत के साथ अभिजीत बने दिल्ली इंटरनेशनल के विजेता,जीता 6 लाख 50 हजार रुपेय का पुरुष्कार

17/01/2020 -

जैसी उम्मीद थी कुछ वैसा ही मैच हुआ दिल्ली इंटरनेशनल के खिताब के लिए । 7.5 अंको पर खेल रहे अभिजीत गुप्ता नें 8 अंको पर आगे चल रहे बेलारूस के ग्रांड मास्टर और इस प्रतियोगिता के पूर्व विजेता आलेक्सन्द्रोव अलेक्सेज़ को पराजित करते हुए खिताब जीत लिया । दबाव के क्षणों मे बेहतर करने की काबलियत नें अभिजीत के नाम ना सिर्फ यह खिताब तीसरी बार अपने नाम किया बल्कि 2014 के बाद से एक बार यह खिताब वह भारत लेकर आए । अभिजीत नें भारत के किसी भी टूर्नामेंट का सबसे बड़ा पहला पुरूष्कार 6 लाख 50 हजार भी अपने नाम किया । बड़ी बात भारत सिंह की यह घोषणा रही की  "भारत और दिल्ली 2024 के शतरंज ओलंपियाड के आयोजन के लिए आवेदन करने जा रहा है "  पढे यह लेख 

दिल्ली इंटरनेशनल – अभिजीत अलेक्सेज़ में बड़ा मुक़ाबला ,प्रणेश को ग्रांड मास्टर नार्म

16/01/2020 -

दिल्ली इंटरनेशनल 2018 के संस्करण का बादशाह कौन होगा इसका फैसला बस कुछ ही घंटो में हो जाएगा । आज पहले बोर्ड पर भारत के अभिजीत गुप्ता के पास खिताब जीतने का तीसरा मौका होगा जब वह पहले बोर्ड पर बेलारूस के अनुभवी ग्रांड मास्टर और दिल्ली ओपन के पूर्व विजेता अलेक्सेज़ आलेक्सन्द्रोव के सामने सफ़ेद मोहरो से मुक़ाबला खेलेंगे । अंतिम राउंड के पहले ही भारत के खाते में दो खुशखबरी आई जब 13 वर्षीय एम प्रणेश नें ग्रांड मास्टर नार्म हासिल कर लिया तो औदी अमेय नें इंटरनेशनल मास्टर का नार्म हासिल किया । अंतिम दिन कुछ और खिलाड़ियों के नार्म हासिल करने की संभावना भी बनी हुई है । इस बीच चेसबेस इंडिया नें दिल्ली ओपन के दौरान पिछले वर्ष की भाति ब्लिट्ज़ टूर्नामेंट का आयोजन एक बार फिर सफलता पूर्वक किया । पढे यह लेख 

18 वां दिल्ली इंटरनेशनल - अलेक्सेज़ सबसे आगे,हिमल दूसरे स्थान पर पहुंचे,सी केटेगरी में है 1300 खिलाड़ी

14/01/2020 -

देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे विश्व के सबसे बड़े शतरंज आयोजनो में से एक दिल्ली इंटरनेशनल ग्रांड मास्टर शतरंज चैंपियनशिप में मुख्य वर्ग में ख़िताबी रोमांच जारी है और आने वाले राउंड में यह और रोचक होता चला जाएगा । कल एक अंक की बढ़त कायम करने वाले बेलारूस के अलेक्सेज़ आलेक्सन्द्रोव नें सातवे राउंड में उक्रेन के एडम तुखेव से ड्रॉ खेलते हुए 6.5 अंक बना लिए हालांकि अब उनकी बढ़त महज आधा अंक की रह गयी है और भारत के हिमल गुसेन और बेलारूस के ही अलेक्सी फेडोरोव 6 अंको पर पहुँच गए है । पिछले वरह दुनिया के सबसे बड़े फीडे रेटेड आयोजन से नवाजे जा चुके  दिल्ली इंटरनेशनल में रिकॉर्ड 1300 खिलाड़ियों के साथ वर्ग सी के मुक़ाबले भी शुरू हो गए है और एक साथ इतने खिलाड़ियों को खेलते देखना भी अपने आप में एक अनोखा नजारा है । पढे यह लेख 

हिमांशु मुदगिल ने जीता दिल्ली इंटरनेशनल कैटेगरी बी का खिताब

13/01/2020 -

अखिल भारतीय शतरंज संघ से संबंद्ध दिल्ली शतंरज संघ के आयोजन में 9 जनवरी से भव्य इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में शुरू हुई 18वीं दिल्ली इंटरनेशनल ओपेन ग्रांडमास्टर चेस के कैटगरी बी के टूर्नामेण्ट का शानदार समापन 12 जनवरी को हुआ। 10 चक्रों के मैच में 4 खिलाड़ियों ने अपराजित रहते हुए 9 अंक बनाकर चैम्पियनशिप के खिताब के लिए मजबूत दावेदारी पेश की, लेकिन बेहतर टाइब्रेक के आधार पर दिल्ली के हिमांशु मुदगिल (1731) ने खिताब अपने नाम कर लिया। वहीं उपविजेता का खिताब टूर्नामेण्ट के हीरो बन कर उभरे आंध्र प्रदेश के 10 वर्षीय मोहम्मद इमरान (1782) ने जीत लिया। तीसरे स्थान पर दिल्ली के अनुभवी खिलाड़ी व बेहतरीन कोच चंदन मंडल रहे। पढ़े नितेश श्रीवास्तव की रिपोर्ट, फोटो निकलेश जैन

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