
प्रग्गा को फिशर मेमोरियल का खिताब ,दूसरा जीएम नार्म
24/04/2018 -कहते है कई बाते सही समय पर ही होती है , जब प्रग्गानंधा 10 वर्ष की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बने तो सभी की निगाहे कार्याकिन के सबसे कम उम्र के ग्रांड मास्टर बनने के विश्व रिकार्ड पर लग गयी और प्रग्गा विश्व जूनियर चैम्पियन बनने के करीब पहुँचकर वह रिकार्ड भी तोड़ने के करीब पहुँच गए थे पर ऐसा नहीं हो सका और ऐसे कई मौके आए जब वह नार्म अंतिम समय पर चूक गए । लेकिन अब जब उनकी उम्र रिकार्ड तोड़ने की तय सीमा से ज्यादा हो गयी लगता है उनके उपर बना दबाव भी हट गया है । ग्रीस में हुए टूर्नामेंट में उन्होने अपने बेहतरीन खेल से ना सिर्फ विजेता बनने का गौरव हासिल किया बल्कि अपना दूसरा ग्रांड मास्टर नार्म भी हासिल कर लिया । पढे सागर शाह के अँग्रेजी में लिखे बेहद शानदार लेख का हिन्दी अनुवाद !